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पहलगाम आतंकी हमले पर NSUI अध्यक्ष वरुण चौधरी की कड़ी प्रतिक्रिया: “केंद्र सरकार की चूक, आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई जरूरी”

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए भीषण आतंकी हमले, जिसमें 26 लोगों की जान गई और कई घायल हुए, पर नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। इस हमले के विरोध में वरुण चौधरी के नेतृत्व में दिल्ली और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में कैंडल मार्च और विरोध प्रदर्शन आयोजित किए गए, जिसमें शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश दिया गया।
वरुण चौधरी का बयान: सरकार की जवाबदेही तय हो

वरुण चौधरी ने पहलगाम हमले को केंद्र सरकार की सुरक्षा चूक का परिणाम बताया। उन्होंने कहा, “पहलगाम हमला सरकारी चूक का नतीजा है। केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग सिर्फ विपक्ष को दबाने के लिए किया जा रहा है, जबकि आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा।” उन्होंने सरकार से मांग की कि आतंकवाद के खिलाफ सख्त और त्वरित कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। चौधरी ने यह भी कहा कि यह समय नफरत फैलाने का नहीं, बल्कि पूरे देश को एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ने का है।

कैंडल मार्च और विरोध प्रदर्शन
24 अप्रैल 2025 को दिल्ली में वरुण चौधरी के नेतृत्व में NSUI ने पहलगाम हमले के खिलाफ मार्च निकाला। इस दौरान उन्होंने कहा, “आतंक के खिलाफ देश एकजुट है, और न्याय होना ही चाहिए। केंद्र सरकार को आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाने होंगे।” इसके अलावा, 23 अप्रैल को JNU कैंपस में आयोजित कैंडल मार्च में चौधरी ने 26 निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि दी और छात्रों से अपील की कि वे शांति और एकता का संदेश फैलाएं।

छात्रों को एकजुट रहने की अपील

वरुण चौधरी ने विशेष रूप से कश्मीरी छात्रों के प्रति एकता का संदेश देते हुए कहा, “NSUI आतंकवाद के खिलाफ है, न कि कश्मीर के छात्रों के। सभी छात्र-छात्राओं को मिलकर रहना है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस दुखद घड़ी में समाज को बांटने की बजाय आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है।

पहलगाम हमले का संदर्भ

पहलगाम के बैसरन घाटी में हुए इस आतंकी हमले में आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाया, जिसमें दो विदेशी नागरिक भी शामिल थे। इस हमले की जिम्मेदारी द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF), जिसे लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी माना जाता है, ने ली है। इस घटना के बाद पूरे देश में आक्रोश है, और केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं, जिसमें सिंधु जल संधि को स्थगित करना और राजनयिक संबंधों में कटौती शामिल है।
पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में NSUI का कैंडल मार्च, शहीदों को दी श्रद्धांजलि

पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में NSUI का कैंडल मार्च, शहीदों को दी श्रद्धांजलि 

आतंकी हमले के खिलाफ में नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने सक्रिय कदम उठाए हैं। इस आतंकी घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इसके जवाब में NSUI की पश्चिमी उत्तर प्रदेश इकाई ने मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में एक कैंडल मार्च का आयोजन किया। इस मार्च के माध्यम से शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।

कैंडल मार्च में दिखा आक्रोश और एकजुटता

NSUI के कार्यकर्ताओं और छात्रों ने इस कैंडल मार्च में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। मार्च के दौरान आतंकवाद के खिलाफ नारेबाजी की गई और सरकार से इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की गई। NSUI ने इस घटना को कायरतापूर्ण करार देते हुए कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म या मजहब नहीं होता, और इसे जड़ से खत्म करने की जरूरत है। मार्च में शामिल छात्रों ने पहलगाम हमले में जान गंवाने वाले पर्यटकों और स्थानीय लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

वरुण चौधरी ने पहलगाम हमले को न केवल आतंकवाद की क्रूरता, बल्कि सरकारी विफलता का प्रतीक बताया है। उनके नेतृत्व में NSUI ने इस घटना के खिलाफ देशभर में छात्रों को एकजुट किया है और सरकार से जवाबदेही की मांग की है। यह प्रदर्शन और बयान न केवल शहीदों के प्रति सम्मान दर्शाते हैं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ युवाओं की मजबूत आवाज को भी रेखांकित करते हैं।

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