
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में गुस्से और शोक का माहौल है। इस हमले में 26-28 पर्यटकों की मौत हुई, जिनमें भारत और नेपाल के नागरिक शामिल थे, साथ ही 17 से अधिक लोग घायल हुए। यह 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी का सबसे घातक हमला माना जा रहा है।
प्रमुख अपडेट:
आतंकी हमले की जिम्मेदारी:
द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF), जिसे प्रतिबंधित पाकिस्तान आधारित लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का सहयोगी माना जाता है, ने हमले की जिम्मेदारी ली है। हालांकि, सरकार की ओर से अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
भारत सरकार की प्रतिक्रिया:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: सऊदी अरब की यात्रा बीच में छोड़कर दिल्ली लौटे और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल, विदेश मंत्री एस जयशंकर और अन्य अधिकारियों के साथ उच्च-स्तरीय बैठक की। उन्होंने कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक भी की। मोदी ने हमले की कड़ी निंदा की और कहा, “आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा।”
गृह मंत्री अमित शाह: श्रीनगर पहुंचकर पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने कहा, “भारत आतंक के आगे नहीं झुकेगा, दोषियों को सजा मिलेगी।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह: बोले, “हमें डराने की कोशिश नाकाम होगी, जिम्मेदार लोगों को करारा जवाब मिलेगा।”
पाकिस्तान के साथ संबंध:
• भारत ने पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को और कम करने की घोषणा की।
• सिंधु जल समझौते को निलंबित करने, अटारी सीमा बंद करने, और पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने जैसे कदम उठाए गए। पाकिस्तानी रक्षा अधिकारियों को एक सप्ताह में भारत छोड़ने का आदेश दिया गया।
पाकिस्तान ने हमले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है।
सुरक्षा उपाय:
• सेना ने दो आतंकियों को मार गिराया और बारामूला जिले में नियंत्रण रेखा (LoC) पर घुसपैठ की कोशिश को नाकाम किया।
• राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) जांच में स्थानीय पुलिस की मदद कर रही है।
• पंजाब और दिल्ली सहित कई राज्यों में हाई अलर्ट जारी किया गया।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएं:
• जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल होंगे।
• जम्मू, रांची, और सिलिगुड़ी में पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन हुए।
• सुप्रीम कोर्ट ने हमले को “कायराना कृत्य” करार देते हुए पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
तमिलनाडु विधानसभा ने पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी।
पर्यटन पर प्रभाव:
• हमले के बाद कश्मीर में पर्यटकों में दहशत फैल गई, जिससे भारी संख्या में बुकिंग रद्द हुईं।
• इंडिगो और स्पाइसजेट ने श्रीनगर के लिए विशेष उड़ानें शुरू कीं और रद्द करने/पुनर्निर्धारण पर छूट दी।
• दो महाराष्ट्र की महिला पर्यटकों ने कहा, “हम पहलगाम छोड़ रहे हैं, लेकिन कश्मीर नहीं छोड़ेंगे।”
पीड़ितों की जानकारी:
• मृतकों में जयपुर के नीरज उधवानी, बंगाल के टीसीएस इंजीनियर बिटान अधिकारी, और दुबई के चार्टर्ड अकाउंटेंट नीरज शामिल हैं।
• एक नवविवाहित नौसेना अधिकारी, जो हनीमून के लिए कश्मीर आए थे, की भी मौत हुई।
अन्य खुलासे:
आतंकियों ने 1 से 7 अप्रैल तक हमले की रेकी की थी।
मध्य प्रदेश के दमोह में हमले से संबंधित आपत्तिजनक पोस्ट डालने के लिए दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
पहलगाम हमले ने देश को झकझोर दिया है, और सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं, और जांच तेजी से चल रही है। पर्यटन उद्योग को बड़ा झटका लगा है, लेकिन सरकार और स्थानीय प्रशासन पीड़ितों के परिवारों को सहायता और सुरक्षा सुनिश्चित करने में जुटे हैं।